SDM kaise bane?
इस पोस्ट में हम एसडीएम बनने के प्रोसेस के बारे में जानेंगे।
इस पोस्ट में हम जानेंगे
1. SDM क्या होता है?
2. SDM बनने के लिए क्या क्वॉलिफ़िकेशन चाहिए?
3. फॉर्म भरने के लिए कितना परसेंट चाहिए?
4. SDM बनने के कितने तरीके हैं?
5. Age limit कितना होता है?
6. एग्जाम का पैटर्न क्या होता है?
एसडीएम क्या होता है?
SDM की फुल फॉर्म “Sub Divisional Magistrate” होती है। एसडीएम को हिन्दी में “उप प्रभागीय मजिस्ट्रेट” कहते है।
यह जिले स्तर से छोटे तहसील, उप प्रभाग या उप खंड का प्रशासनिक अधिकारी होता है । एसडीएम उपखंड स्तर पर सबसे बड़ा प्रशासनिक अधिकारी होता है, एसडीएम का उपखंड के सभी तहसीलदारों पर प्रत्यक्ष नियंत्रण होता है।
उप खंड की संपूर्ण भूमि का लेखा जोखा एसडीएम के पास मौजूद होता है। इसके अलावा SDM का प्रमुख कार्य विवाह रजिस्ट्रेशन , विभिन्न प्रकार के पंजीकरण, अनेक प्रकार के लाइसेंस जारी करवाना, किसी प्राकृतिक आपदा से प्रभावित व्यक्तियों को सहायता उपलब्ध करवाना है ।
दण्ड प्रक्रिया संहिता के अंतर्गत SDM को मजिस्ट्रेट के कार्य भी दिए गए हैं।
2. SDM बनने के लिए क्या क्वॉलिफ़िकेशन चाहिए?
एसडीएम बनने के लिए उम्मीदवार का ग्रेजुएट होना जरूरी हैं, आपने चाहे किसी भी स्ट्रीम से ग्रेजुएशन की हो आप एसडीएम का एग्जाम दे सकते हो।
यदि आपने BA, BCOM, BSC, BCA, BBA, इंजीनियरिंग, होटल मैनेजमेंट और मेडिकल आदि किसी भी स्ट्रीम में ग्रेजुएशन किया है तो आप एसडीएम पद के लिए फॉर्म भर सकते हैं।
3. फॉर्म भरने के लिए कितना परसेंट चाहिए?
एसडीएम पद के लिए फॉर्म भरने के लिए कोई मिनिमम परसेंटेज की जरूरत नहीं है , सिर्फ उम्मीदवार का ग्रेजुएट होना जरूरी हैं।
4. SDM बनने के कितने तरीके हैं?
एसडीएम आप दो तरीकों से बन सकते हो-
1. यूपीएससी का पेपर पास करके
UPSC भारत की प्रमुख केंद्रीय भर्ती एजेंसियों में से एक है। यह कई सरकारी नौकरियो के लिए परीक्षाओं का आयोजन करता है। यूपीएससी आईएएस के लिए भी हर साल परीक्षा का आयोजन करता है। इसमें पूरे देश के छात्र आवेदन कर सकते हैं। आईएएस में जो कैंडिडेट सेलेक्ट होते हैं उन्हें ट्रेनिंग पुरी कर लेने के बाद एसडीएम का ही पद मिलता है , और कुछ सालो बाद उन्हें डीएम का पद मिल जाता हैं।
2. राज्यो के पीएससी द्वारा करवाए जाने पेपर को पास करके
यूपीएससी की तरह ही अलग अलग राज्यो का अपना पीएससी होता है जैसे राजस्थान के लिए आरपीएससी, एमपी के लिए एमपी पीएससी, यूपी के लिए यूपी पीएससी।
प्रत्येक राज्य का पीएससी अपने राज्य में सिविल सेवाओं के लिए परीक्षा का आयोजन करवाता है । इसमें पूरे देश के छात्र आवेदन कर सकते हैं। इस परीक्षा में जो कैंडिडेट ऊंची रैंक के साथ सेलेक्ट होते हैं उन्हें एसडीएम बनाया जाता है ।
इस परीक्षा में पास होने वाले सभी कैंडिडेट को एसडीएम नहीं बनाया जाता है अलग अलग रैंक के हिसाब से अलग अलग पद मिलते है सिर्फ टॉपर्स को ही एसडीएम का पद मिलता है।
5. एसडीएम बनने के लिए Age limit कितना होता है?
यूपीएससी के जरिए एसडीएम बनने के लिए उम्र सीमा 21 साल से 32 साल के बीच तक की होनी चाहिए अर्थात minimum age 21 साल है और maximum age 32 साल है । इसके अलावा ओबीसी उम्मीदवारों को 3 साल और SC / ST उम्मीदवारों के लिए 5 साल की छुट मिलती है ।
6. एसडीएम पद के लिए होने वाले एग्जाम का पैटर्न क्या होता है?
एसडीएम पद के लिए जो एग्जाम होता है वो 3 चरणों में पूरा होता है
1. प्रारम्भिक परीक्षा (Preliminary Exam)
2. मुख्य परीक्षा (Main Exam)
3. साक्षात्कार (Interview)
1.प्रारंभिक परीक्षा
एसडीएम बननें का यह पहला चरण है, इस परीक्षा हमें दो पेपर्स देने होते हैं, जिनमें पहला पेपर है सामान्य अध्ययन का और दूसरा पेपर है सिविल सर्विसेज एप्टीट्यूड टेस्ट (Civil Services Aptitude Test)
हर पेपर 200 अंक का होता है, दोनों पेपर्स में ऑब्जेक्टिव टाइप सवाल पूछे जाते हैं। हर पेपर के लिए दो घंटे का समय दिया जाता है। यह परीक्षा आप हिंदी या अंग्रेजी किसी भी भाषा में दे सकते हो।
प्रारम्भिक परीक्षा के अंक फाईनल मेरिट में नही जोड़ा जाते है लेकिन प्रारंभिक परीक्षा को पास किये बिना आप मुख्य परीक्षा भी नहीं दे सकते हो । फाईनल मेरिट में केवल मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू मे प्राप्त किये अंकों को ही जोड़ा जाता है
2.मुख्य परीक्षा
प्रारंभिक परीक्षा में पास होने वाले कैंडिडेट्स को मुख्य परीक्षा में शामिल किया जाता है , मुख्य परीक्षा में कुल नौ पेपर्स होते हैं इनमें सब्जेक्टिव प्रकार के प्रश्न आते हैं यानी 10 वी क्लास की तरह उतर लिखने पड़ते है। प्रत्येक पेपर को हल करने के लिए 3 घंटे का समय मिलता है। मुख्य परीक्षा भी आप हिंदी या अंग्रेजी किसी भी भाषा में दे सकते हो।
मुख्य परीक्षा के नंबर फाइनल मेरिट में जोड़ा जाते है । इस परीक्षा में पास होने वाले छात्र को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है |
3. Interview
यह इस परीक्षा का अंतिम चरण है, लिखित परीक्षा को पास करने के बाद आपको इंटरव्यू के लिये बुलाया जाता है। इंटरव्यू में पास किये गये अंक आपकी मेरिट लिस्ट में जोड़े जाते हैं। इंटरव्यू हम अपनी मनपसन्द भाषा में दे सकते हैं जैसे हिंदी या अंग्रेजी इन्त्यादि।
इंटरव्यू के अंक और मुख्य परीक्षा के अंकों को जोड़कर अलग अलग कैटेगरी के हिसाब से मेरिट लिस्ट बनाई जाती हैं जो कैंडिडेट इस लिस्ट में आते हैं उन्हें ट्रेनिंग के लिए बुलाया जाता है।
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