इस पोस्ट में हम निम्न टॉपिक के बारे में जानेंगे
Caveat Petition क्या होती है?
कैविएट पिटीशन किस धारा के अंतर्गत दायर की जाती है?
कैविएट पिटीशन कब दायर की जाती है?
कैविएट पिटीशन दायर करने के बाद क्या होगा?
Caveat Petition की वैधता कितने दिनों तक होती है ?
कैविएट में किन बातों को होना जरूरी होता है?
Caveat Petition क्या होती है?
केविएट एक लैटिन शब्द है इसका मतलब होता है be aware , केविएट को सामान्य एवं प्रचलित भाषा में चेतावनी अथवा पूर्व सूचना कहा जाता है
कैविएट पिटीशन एक सुचना है जो एक पार्टी के द्वारा कोर्ट को दी जाती है जिसमें ये कहा जाता है कि कोर्ट एप्लिकेंट को बिना नोटिस भेजे विपक्षी पार्टी को कोई भी रिलीफ न दें, और ना ही कोई एक्शन ले।
Caveat Petition एक बचाव होती है, इसका फायदा लोग तब उठाते है जब उन्हें लगता है की कोई वाद जो उनसे सम्बंधित हो, में कोई एक्शन लिया जा सकता है।
कैविएट पिटीशन किस धारा के अंतर्गत दायर की जाती है?
कैविएट पिटीशन CPC (Civil Procedure Code) की धारा 148-A अंतर्गत दायर की जाती है
कैविएट पिटीशन कब दायर की जाती है?
यदि किसी व्यक्ति को इस तरह की आशंका हो कि उस के विरुद्ध किसी कोर्ट में कोई वाद या कार्यवाही संस्थित करके अथवा पहले से संस्थित किसी वाद या कार्यवाही में उसकी अनुपस्थिति में कोई आवेदन प्रस्तुत कर कोई आदेश प्राप्त किया जा सकता है। तो वह व्यक्ति उसी कोर्ट में कैविएट पेटिशन फाइल कर सकता है ताकि अपोज़िट पार्टी कोर्ट में जब भी कोई भी ऐक्टिविटी करेगी तो कोर्ट आपको सूचित कर देगा। आपको कैविएट पिटीशन में अपोज़िट पार्टी का नाम बताना होता है, जिस पर आपको शक होता है कि वे आपके ख़िलाफ़ कोई एक्शन ले सकता है।
Caveat फाइल करने वाले व्यक्ति को Caveator कहा जाता है।
कैविएट पिटीशन दायर करने के बाद क्या होगा?
जब एक बार कैविएट फाइल कर दी जाती है तो कोर्ट की यह ड्यूटी होती है कि जब भी उस Caveator के विरूद्ध अपोज़िट पार्टी कोई एक्शन लेती है तो कोर्ट उस Caveator को नोटिस भेजें और उसको उस वाद के बारे में इन्फॉर्म करें जो उसके खिलाफ फाइल किया गया है।
Caveat Petition की वैधता कितने दिनों तक होती है ?
Caveat Petition की वैधता 90 दिनों का होता है यानी कि जिस दिन आप कोर्ट में कैविएट पिटीशन फाइल कर देते है उसके 90 दिनों तक वो प्रभाव में रहती है।
अगर अपोज़िट पार्टी के द्वारा 90 दिनों के अंदर कोई केस कोर्ट में फाइल किया जाता है तो कोर्ट आपको एक नोटिस भेजकर उस केस के बारे में सूचित करेगा । एक बार 90 दिनों का टाइम पूरा हो जाता है तो दोबारा आपको कैविएट पीटिशन फाइल करना होता है।
आम तौर पर कैविएट में किन बातों को होना जरूरी होता है?
कैविएट पेटिशन में निम्न बातों का होना आवश्यक है –
कोर्ट का नाम होना जरूरी है जहाँ पर वाद को फाइल किया जाना है।
अगर वाद का कोई नंबर है तो वो भी उस पर मेंशन करना चाहिए।
उस व्यक्ति का नाम जिसके behalf पर कैविएट फाइल की जानी है।
उस वाद की सारी जानकारी।
कैविएटर का पूरा पता साफ-साफ लिखा होना चाहिए ताकि उसी पता पर कोर्ट के द्वारा उसे नोटिस भेजा जा सके।
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